Wednesday, August 15, 2018

Independence Day 2018: स्‍वतंत्रता दिवस पर सचिन तेंदुलकर ने लिखा यह भावुक संदेश...

मास्‍टर ब्‍लास्‍टर सचिन तेंदुलकर ने इस मौके पर ट्विटर पर राष्‍ट्रीय ध्‍वज तिरंगे के साथ फोटो पोस्‍ट किया. उन्‍होंने लिखा-जिंदगी में हर जीत संघर्ष के बाद ही हासिल होती है जैसे कि हमारी आजादी. कई अन्‍य चीजों की तरह टीम इंडिया भी नहीं होती यदि हमारे बहादुर स्‍वतंत्रता सेनानियों ने देश के लिए बलिदान नहीं किया होता.नई दिल्‍ली:

आजादी की 71 वीं वर्षगांठ पर भारत के कई खिलाड़ि‍यों ने सोशल मीडिया के जरिये देश के लोगों को बधाई दी है और भावनाओं से भरा संदेश पोस्‍ट किया है. मास्‍टर ब्‍लास्‍टर सचिन तेंदुलकर ने इस मौके पर ट्विटर पर राष्‍ट्रीय ध्‍वज तिरंगे के साथ फोटो पोस्‍ट किया. उन्‍होंने लिखा-जिंदगी में हर जीत संघर्ष के बाद ही हासिल होती है जैसे कि हमारी आजादी. कई अन्‍य चीजों की तरह टीम इंडिया भी नहीं होती यदि हमारे बहादुर स्‍वतंत्रता सेनानियों ने देश के लिए बलिदान नहीं किया होता. हमें इस आजादी को आसानी से हासिल नहीं मानना चाहिए.

#HappyIndependenceDay.,सचिन तेंदुलकर ने 200 टेस्‍ट और 463 वनडे मैचों में भारतीय टीम का प्रतिनिधित्‍व करने के बाद वर्ष 2013 में इंटरनेशनल क्रिकेट से संन्‍यास लिया था. टेस्‍ट और वनडे क्रिकेट में सर्वाधिक रन उनके नाम पर दर्ज हैं. यही नहीं, वनडे इंटरनेशनल में पहला दोहरा शतक सचिन तेंदुलकर ने ही बनाया था. सचिन ने टेस्‍ट क्रिकेट में 53.78 के औसत से 15921 रन बनाए, जिसमें 51 शतक और 68 अर्धशतक शामिल हैं. वनडे मैचें में उन्‍होंने 44.83 के बेहतरीन औसत से 18426 रन बनाए, इसमें 49 शतक और 96 अर्धशतक हैं. सचिन के अलावा भारतीय टीम की महिला क्रिकेटर सुषमा वर्मा ने भी आजादी की वर्षगांठ पर देशवासियों को बधाई प्रेषित की है. शूटर हीना सिद्धू ने भी आजादी की सालगिरह पर बधाई देते हुए लिखा, 'हमारी आजादी कड़े संघर्ष के बाद हासिल हुई. स्‍वतंत्रता दिवस की सभी को बहुत-बहुत बधाई. 'स्‍वतंत्रता दिवस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लाल किले पर तिरंगा फहराया और देशवासिसों को आजादी की वर्षगांठ की बधाई दी.

जर्मनी के दिग्गज स्ट्राइकर मारियो गोमेज ( उन्होंने कहा कि काफी लोगों से मिला जिनसे मैं जुड़ा रहूंगा. अब समय आ गया है कि मैं युवा खिलाड़ियों के लिए जगह बनाऊ और उन्हें अपने सपनों को पूरा करने और खुद को साबित करने का मौका दूं ताकि वह जर्मनी के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ दे पाए. गोमेज ने कहा कि आने वाला हर खिलाड़ी बेहतरीन है! मैं हमेशा डीएफबी टीम से जुड़ा रहूंगा और मैं जर्मनी के अन्य लोगों की तरह टीम का बहुत बड़ा प्रशंसक हूं. ने रविवार को अंतर्राष्ट्रीय फुटबाल से संन्यास लेने की घोषणा की. गोमेज ने फेसबुक पर लिखा कि राष्ट्रीय टीम में मेरा समय रोमांच से भरपूर रहा. हमेशा चीजें आसान नहीं रही और ना ही मैं हमेशा सफल हुआ लेकिन टीम के साथ मेरा समय बेहतरीन रहा.
बता दें कि  33 वर्षीय गोमेज ने जर्मनी के लिए 2007 में अपना पहला मैच खेला था और वह 78 मैचों में कुल 31 गोल दाग चुके हैं. बायर्न म्यूनिख के इस पूर्व खिलाड़ी ने 2010 और 2018 फीफा विश्व कप में भाग लिया है इसके साथ ही वह 2008 और 2012 यूरोपीय चैम्पियनशिप में भी टीम का हिस्सा थे. गोमेज ने कहा कि रूस में हुए विश्व कप में जर्मनी ग्रुप स्तर से ही बाहर हो गई लेकिन मैं टीम का हिस्सा होना पर मुझे गर्व है, लेकिन जर्मनी से आ रही खबरों की मानें, तो गुजरे विश्व कप में बुरे हाल के चलते मारियो गोमेज ने खेल को अलविदा कह दिया.

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